आपराधिक कानून की à¤à¤• à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ में, सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने अपराध के पीड़ितों और उनके कानूनी उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•ारियों को à¤à¤• बड़ा अधिकार पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया है। अब वे निचली अदालतों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आरोपी को बरी किठजाने के फैसले को उचà¥à¤š अदालतों में चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दे सकेंगे। अब तक यह अधिकार केवल राजà¥à¤¯ सरकार या शिकायतकरà¥à¤¤à¤¾ को ही सीमित रूप से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ था। नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ बी वी नागरतà¥à¤¨à¤¾ और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ के वी विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ की पीठने यह à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• फैसला पिछले सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ पीठने कहा कि अपराध से नà¥à¤•सान या चोट à¤à¥‡à¤²à¤¨à¥‡ वाले पीड़ित और उनके कानूनी वारिस अब न केवल आरोपी की बरी होने के खिलाफ, बलà¥à¤•ि हलà¥à¤•ी सजा या अपरà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मà¥à¤†à¤µà¤œà¤¼à¥‡ के खिलाफ à¤à¥€ अपील कर सकते हैं।
58 पृषà¥à¤ ों के इस महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ निरà¥à¤£à¤¯ को लिखते हà¥à¤ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ नागरतà¥à¤¨à¤¾ ने कहा, “अपराध के शिकार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का अधिकार उस दोषी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के बराबर होना चाहिठजिसे सजा हà¥à¤ˆ हो और जो दंड पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ संहिता (CrPC) की धारा 374 के तहत अपील का अधिकार रखता है।” पीठने यह सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ किया कि CrPC की धारा 372 में पहले से ही इसका पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ है, जो पीड़ित को न केवल बरी किठजाने, बलà¥à¤•ि कम सजा या हलà¥à¤•े अपराध में दोष सिदà¥à¤§ किठजाने के खिलाफ à¤à¥€ अपील करने का अधिकार देता है। कोरà¥à¤Ÿ ने यह à¤à¥€ कहा कि “इन अधिकारों को सीमित नहीं किया जा सकता।”
कानून की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° करते हà¥à¤ पीठने “अपराध का पीड़ित” शबà¥à¤¦ में कानूनी उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•ारियों को à¤à¥€ शामिल किया है। इसका अरà¥à¤¥ है कि अगर अपील के दौरान पीड़ित की मृतà¥à¤¯à¥ हो जाती है, तो उसके वारिस उस अपील को आगे बढ़ा सकते हैं। सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने अपने फैसले में पूरà¥à¤µà¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤• निरà¥à¤£à¤¯à¥‹à¤‚ और विधि आयोग की रिपोरà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का à¤à¥€ हवाला दिया और कहा कि नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में पीड़ितों और उनके परिवारों को उचित सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ मिलना अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है। यह फैसला à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ आपराधिक नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ मोड़ के रूप में देखा जा रहा है, जिससे पीड़ितों को अधिक अधिकार और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की लड़ाई में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ का अवसर मिलेगा।
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